Category: Uncategorized
-
तलाश
मेरे मन में उठ रही तरंगों को विराम दूं तरंगों को शब्दों में पिरोना यह कृति खास है तेरे नाम लिखा है जो ये शब्दों का जायना शब्दों के इस काफिले को उस अनूठे स्वर की तलाश है पाहुन में नहीं, कण-कण में ईश्वर का रूप बसता है उस ईश का तो हर कलेवर में…
-
अमर जवान
★अमर जवान★ खड़े रहे वो जवान, भारत माता की शान में। तभी तो है वो,हर बच्चे की जान में।। सर्दी गर्मी बरसात,खड़े है वो तैनात। क्या उनके बदले के लिए, कोई ना देगा साथ।। आज नहीं आएगा कोई,देश भक्ति के नाम पर। घर में बैठे हम सुरक्षित, सैनिकों की ढाल पर ।। अपने मतलब के…
-
देश का फौजी
“देश का फौजी” देश पर हमला हुआ , बुलाओ फौजी को ! कहीं दंगे-फसाद हुए , बुलाओ फौजी को ! बाढ़ आ गई , बुलाओ फौजी को ! कहीं पुल गिर गया , बुलाओ फौजी को ! बड़ा प्रोग्राम है ,काम जल्दी ख़त्म करना है , चिंता क्यों करते हो ,बुलाओ फौजी को ! यहाँ…
-
Hahakaar
Sunata hu tumko ek gudiya ki kahani, Aansuo se apne ki roshan jisne, sabki jindagani, Kabhi ma, biwi , dadi, didi to kabhi banke naani. pati aur baccho par ki jisne nuchawar apni sari jawani. Lata didi banke sunai sabko apni amrut si vani. Sunita Kalpana banke chodi antariksh pe bhi nishani, Megha ban kar…
-
Hahakaar
Sunata hu tumko ek gudiya ki kahani, Aansuo se apne ki roshan jisne, sabki jindagani, Kabhi ma, biwi , dadi, didi to kabhi banke naani. pati aur baccho par ki jisne nuchawar apni sari jawani. Lata didi banke sunai sabko apni amrut si vani. Sunita Kalpana banke chodi antariksh pe bhi nishani, Megha ban kar…
-
Hahakaar
Kya hua hai kyu mach ab jag me haha kar hai, Sukshma se ek jiv ne kiya bhishan nar sanhaar hai, lipta hua hai dard me ab sara hi sansaar hai, Lad rahe sab vaidya aur kar rahe upchar hai, milrahe ab to pratidin bhayawah se samachaar hai, Kyu udasi hai, nayan me kyu chaya…
-
हिन्दी भाषा मेरा अभिमान
हिंदी भाषा मेरा अभिमान बढ़ाएं विश्व में हिंदी का सम्मान दिलाएं दैनिक क्रियाकलापों में स्थान है यह वैज्ञानिक संस्कृत भाषा की संतान नहीं सारे विश्व में कोई भाषा इसके समान क ,ख, ग की वर्णमाला से होता इसका निर्माण ध्वनि को आधार बनाकर होता इसका उच्चारण दिनकर, बच्चन, मैथिली जैसे हजारों सेवक महान गढ नया…
-
कोरोना से मजबूरी
मां बेटे से दूर है कोरोना से मजबूर है। भगवान ने किया इंसान का घमंड चूर है। कहने को इंसान पास है पर भगवान अभी नाराज है। इंसान ने प्रकृति को किया तार-तार है । इसलिए कोरोना बना यह काल है। हे प्रकृति माफ कर इंसान के गुणों को साफ कर। करुणा से मुक्ति दे…
-
Mera yaar woh
Mitti tujhe bulati hai, Yaad teri jab aati hai, Tere bina in aankhon mein Ab neend kahan bhi aati hai.. Har pal uska khyal sataye, Sabko hai yaad woh aaye. Aisa hai mera yaar woh, Uske liye na koi bol hai, Uska na koi mol hai, Wo to sabse anmol. Mera yaar wo. Dil ka…
-
जान से भी ज्यादा जिन्होने तिरगे की हिफाज़त की
जान से भी ज्यादा जिन्होने तिरंगे की हिफाज़त की , भूल कर अपना परिवार भारत पर जान न्योछावर की | भूल रहे है सारे उन वीर नोजवानों को , जिन्होंने अपनी जान दे दी वतन की हिफाज़त को । हमेशा तैयार रहते है अपनी जान सीमा पर लेकर और हमें फुरसत नहीं मिलती अपने फिज़ूल…