shashi

  • shashi wrote a new post 11 years ago


    भारत को कहते थे
    सोने की चिड़िया
    सुख से हम रहते थे।


    गोरों को भाया था
    माता का आंचल
    वह ठगने आया था


    याद हमें कुर्बानी
    वीरो की गाथा
    वो जोश भरी बानी


    कैसी आजादी थी
    भू का बँटवारा
    माँ की […]

  • shashi changed their profile picture 11 years ago

  • shashi wrote a new post 13 years ago

    माँ की पुकार ——

    न हिन्दू , न मुसलमान
    न सिख , न ईसाई .
    मेरे आँचल के लाल
    तुम सब हो भाई भाई
    गौर से देखो मुझे
    मै तुम सबकी माई .

    क्यूँ लड़ते हो आपस में
    बैर की भावना
    मन में क्यूँ समाई
    कर दोगे हज़ार […]

  • shashi posted a new activity comment 13 years ago

    sundar aruna ji

  • shashi became a registered member 13 years ago