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Subhangini wrote a new post 12 years, 6 months ago
एक अनकही कहानी लबज़ों की जुस्तजू मे भटक रही है कहीं,
ए कलम,तू करे मदद तो मिले पहचान उसे खुद मे ही…
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कुछ आदम्या एहससों ने बना लिया है दिल मे ही अपना आशियाना,
ए कलम,तू करे मदद तो सारे जज़्बात बाहर आएँगे तो […] -
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