-
Vaibhav Manusmare wrote a new post 12 years, 5 months ago
लम्हे की चिँगारी को आग मे बदलना सिखो,
जिँदगी मे खुद की वजह धुंडना सिखो ।
ये वक्त तुम्हारा ही है, जो किसीने छिन लिया है,
अपनी आझादी की लढाई अब तुम भी लढना सिखो ।पनाह दो सपनो को अपने दिलो मे,
तुम खुद मे ही […] -
Vaibhav Manusmare became a registered member 12 years, 8 months ago